बीजेपी प्रदेश कार्यसमिति में प्रदेश प्रभारी ने सख्त लहजे में दिया टारगेट
खरी खरी संवाददाता
भोपाल, 24 जनवरी। मध्यप्रदेश में इस बार विधानसभा की दो सौ सीटें जीतने का लक्ष्य लेकर चल रही है सत्तारूढ़ बीजेपी ने 200 दिन में 200 सीटें की रणनीति तय करने का टारगेट तय किया है। भोपाल में आयोजित प्रदेश कार्यसमिति की बैठक में प्रदेश प्रभारी मुरलीधर राव ने सभी नेताओं और कार्यकर्ताओं से दो टूक बात करते हुए यह लक्ष्य दिया।
प्रदेश प्रभारी ने कहा कि प्रवास नही करने वाले और सोशल मीडिया पर एक्टिव नहीं रहने वाले नेताओं की खैर नहीं रहेगी। उन्होंने कहा कि 200 दिन में 200 सीट जीतने का लक्ष्य करना होगा पूरा करना होगा। संगठन ने 200 दिन की कार्ययोजना बनाई है। कार्य योजना में मंत्री विधायक सहित सभी नेताओं का जाना होगा अनिवार्य। 200 सीटों का लक्ष्य पूरा करने के लिए दिए गए कार्य की नेताओं की होगी निगरानी। हर हितग्राही तक पहुंचेंगे मंत्री विधायक सांसद और बीजेपी पदाधिकारी। हर पदाधिकारी को दिए कार्य की ऑनलाइन दर्ज होगी उपस्थिति।बीजेपी के द्वारा दिए गए लक्ष्य को पूरा करने पर ही मंत्री विधायक और नेताओं का होगा भविष्य तय। प्रदेश के केंद्रीय नेतृत्व से लेकर प्रदेश के सभी नेताओं को हर हाल में जुड़ना होगा अबकी बार 200 पार के लक्ष्य को पूरा करने के लिए।
बैठक को संबोधित करते हुए केंद्रीय मंत्री नरेंद्रसिंह तोमर ने कहा कि मध्यप्रदेश में आज विकास का जो वातावरण है, उसे देखकर हम गर्व के साथ यह कह सकते हैं कि प्रदेश विकसित राज्यों की कतार में अपने कदम बढ़ा रहा है। लेकिन प्रदेश की यह स्थिति हमेशा से नहीं है। 2003 के पहले मध्यप्रदेश एक बीमारू राज्य था। भाजपा सरकार बनने के बाद मुख्यमंत्री के रूप में सुश्री उमा दीदी, स्व. बाबूलाल गौर और श्री शिवराजसिंह चौहान ने प्रदेश को आगे बढ़ाया। प्रदेश में सड़कों की हालत खराब थी, बिजली के अभाव में उद्योगपति प्रदेश छोड़ने का मन बना रहे थे। भाजपा की सरकार बनने के बाद यह महसूस किया गया कि प्रदेश में निवेश आए, इसके लिए जरूरी है कि यहां अच्छा इन्फ्रास्ट्रक्चर हो, गुड गवर्नेंस हो और बिजली-पानी की उपलब्धता हो। भाजपा सरकार ने इस दिशा में प्रयास शुरू किए।
प्रदेश कार्यसमिति बैठक में वृत्त निवेदन प्रस्तुत करते हुए केंद्रीय मंत्री श्री ज्योतिरादित्य सिंधिया ने कहा कि मध्यप्रदेश को केंद्र की ओर से जो भी जिम्मेदारी दी गई, उसे उसने पूरा किया है। चाहे प्रवासी भारतीय सम्मेलन हो या जी-20 की मीटिंग, मध्यप्रदेश ने सफल कार्यक्रमों का इतिहास रच दिया है। उन्होंने कहा कि इंदौर में 8 से 10 जनवरी तक आयोजित प्रवासी भारतीय सम्मेलन एक ऐतिहासिक कार्यक्रम बन गया है। इस दौरान प्रवासी दिवस का आयोजन भी किया गया, जिसका फोकस मध्यप्रदेश पर था